इस्लाम के खतरेजन जागरण - सम सामायिकधर्म,राष्ट्र और राष्ट्रधर्मराजनीति राष्ट्रनीतिहिन्दुधर्म : सनातनधर्म

हिन्दू-मुस्लिम एक नहीं, कदापि नहीं (IAIT सीरीज)

कौन कहता है कि हिन्दू मुस्लिम एक हैं?

इससे बड़ा झूठ इस संसार में और कुछ नहीं है

पहले जरा कश्मीर फाइल पहलगाम फाइल के पीछे का सच इस लघु लेख को पूरा पढ़ लेना, समझ में आ जायेगा l यह एक ऐसी कडुवी सच्चाई है जो हर हिन्दू को समझनी चाहिए। इसके बाद भी अगर कोई नहीं समझा तो समझ लेना कि तुम हिन्दू नहीं, हिजड़े या म्लेच्छ हो।

जो अज्ञानी जन हिन्दू मुस्लिम को एक ही बताते हैं, उन्हें दोनों का अंतर जान लेना चाहिए

हिन्दू और मुस्लिम दोनों कौम उसी तरह अलग अलग है जैसे मानव और दानव। इनकी हर एक चीज़ अलग है मानसिकता, पूजा पाठ, रहन सहन, खाना पीना, कपड़े लत्ते, पहनावा यह सब अलग है। फिर एक कैसे?

हमारे यहां बेटी को देवी मानते है और उसकी पूजा करते है और तुम्हारे यहाँ माल ए गनीमत…फिर एक कैसे?

एक मुस्लमान 100 हिन्दुओ के बीच सुरक्षित है l लेकिन 100 मुसलमानो के बीच एक हिन्दू सुरक्षित नहीं l क्यों?

हम हिन्दू कभी भी तुम्हारी माँ बहनो को आंख उठाकर भी नहीं देखते लेकिन तुम हिन्दू माँ बहन बेटियों को लव जिहाद मे फासते हो l क्यों?

तुम को हिन्दुओ के हिन्दुस्तान मे हर सुविधा चाहिए लेकिन वंदे मातरम, भारत माता की जय, और राष्ट्र गान तुम्हारे लिए हराम लगती है तो इस देश में क्या कर रहे हो? यहाँ की रोटी खाके नमकहरामी करते हो तो तुम हिंदुओं के समान कैसे हो सकते हो?

तुम्हारे मदरसों मे हिन्दू काफिरो से नफरत सिखाई जाती है l देश विरोधी काम के बारे मे बताया जाता है l तुम देश के गद्दार और हिंदुओं के शत्रु नहीं हो क्या?

जहां तुम अल्प संख्यक हो वहाँ मूर्तियां बेचते हो जहाँ बहुसंख्यक हो वहां मूर्तियां तोड़ते हो l ये अल तकैय्या करने वाले तुम हरामखोर छली कपटी दोगले नहीं हो तो क्या हो?

तुमने आपसी भाई चारे मे विभाजन की हिन्दुस्तान फाइल, कश्मीर फाइल, बंगाल फाइल, केरला फाइल , संभल फाइल, नूह और मेवात फाइल मणिपुर फाइल बना दी और अब पहलगाम फाइल l साथ मे डायरेक्ट एक्शन, मलाबार, मोपला अगर इस मे मरने वाले हिन्दुओ की संख्या और हिन्दू बहु बेटियों के बलात्कार की गिनती की जाय तो यह संख्या करोड़ों मे बैठती है l हिंदुओं के हत्यारे हिंदुओं के भाई कैसे हो सकते हो?

तुम जब चाहते हो हम हिन्दुओ को अपना गू मूत और थूक खिलाने से नहीं चुकते l तुम म्लेच्छ नहीं तो क्या ही? क्या हमने तुम्हें कभी हमारा गू मूत्र खिलाया पिलाया?

जब तुम्हारे यहा अपनी मस्जिदे है लेकिन अपनी दादा गिरी के चलते सड़क घेर कर नमाज पढते हो l और ट्राफिक जाम करते हो और एम्बुलेंस के लिए रुकावट पैदा करते हो… तुम समाज और सरकार के नियमों का उल्लंघन करने में अपनी शान समझते हो, ऐसे अनुशासनहीन लोग दानव नहीं तो और क्या हो?

तुम अपने मजहब के जुलूस, ताजिया, स्यापा निकालते हो तो हम तुम्हें शांति से रास्ता देते हैं, जल सेवा शर्बत लंगर प्रदान कर देते हैं जबकि तुम हमारे धर्म की शोभा यात्रा, कावड़ यात्रा, रामनवमी व दुर्गा पूजा के जुलूस पर पत्थरबाजी करते हो, कातिलाना हमले करते हो, अपनी गली सड़क से गुजरने नहीं देते, ऐसे असामाजिक तत्वों को हमारे हिंदुस्थान से क्यों न बेदखल किये जायें?

हम सुबह होते ही उपर वाले का नाम लेते है और तुम जिहाद की माला जपते हो l आज की तारीख मे तुम्हारे हज़ारों जिहाद है l जिस पर हर जिहादी काम कर रहा है. फिर हम तुम एक कैसे ?

जब एक देश एक झंडा और एक कानून तो फिर मुस्लिम पर्सनल लॉ और मुस्लिम वक्फ बोर्ड क्यों?

हिन्दुओ के हिन्दुस्तान मे सनातन हिन्दू बोर्ड नहीं बनता लेकिन मुस्लिम वक्फ बोर्ड का गठन आराम से हो जाता है l क्यों?

तुम कई बार अपने मुह से कहा कि हमारी देश भक्ति पर कभी शक मत करना l हमे कोई प्रूफ देने की जरूरत नहीं है l हम इस देश के सब से बड़े देश भक्त है l हमारा भी खून इस मिट्टी में लगा है। लेकिन दूसरी तरफ ये भी तुर्रा जोड़ देते हो कि हम कुत्ते नहीं जो देश के वफादार हो l हम मुसलमान है हम सिर्फ अपने मजहब के प्रति वफादार होते हैं। ये गद्दारी कैसे चलेगी?

आखिर मे गौ माता को रोटी खिलाने वाला और गौ माता को रोटी के साथ खाने वाला कभी भी एक नहीं हो सकते…

तुममें से अधिकांश तलवार के डर से अथवा लोभ लालच में हिन्दू धर्म छोड़कर म्लेच्छ राक्षस बने हो, सलवार पहनकर जान बचाई है, जबकि हमने तुम्हें बार बार हराकर भी जिंदा छोड़कर बहादुरी और मानवता की मिसाल कायम की है। तुम्हारी हमारी कोई बराबरी नहीं है।

इसलिए, अब समय आ गया है कि तुम ये राक्षसी चोला उतारकर या तो अपनी जड़ों की ओर लौटकर अपने चंद कायर पूर्वजों की गलतियों को सुधार लो, दानव से पुनः मानव बन जाओ अन्यथा जो हाल हमने राक्षसों म्लेच्छों का पूर्वकाल में किया है, उसे भुगतने के लिए तैयार हो जाओ। हम तुम बुजदिलों की तरह छुपकर, छल कपट से वार नहीं करते, सीधी चेतावनी देकर खात्मा करते हैं। यह तुम्हारे लिए और तुम्हारी पीढ़ियों के लिए बचने का आखरी मौका है।

हर हिन्दू जो सिकुलर बनकर भारत से गद्दारी कर जाने अनजाने में दानव बना हुआ है, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो इस बात को जल्द समझ ले, अब सनातनी और इस्लामिक जिहाद नहीं सहेगा।

जय जय राम जय सीताराम जय हिंद जय हिन्दुराष्ट्रम

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button