बासी है पर अधिक लाभकारी है ये चीजें

नाड़ी वैद्य ऋषिश्री वरदानंद जी महाराज द्वारा अनुभूत स्वास्थ्य टिप
5 चीजें बासी होने पर अधिक पोष्टिक व गुणकारी हो जाती हैं
अक्सर यह कहा जाता है कि भोजन ताजा और गर्मागर्म खाना चाहिए अन्यथा उसके पोष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। वैसे भी गर्म खाना खाने का आनंद और स्वाद ही अलग होता है जैसे गर्म पूरियां, गर्म समोसे कचोरी, गर्म हलवा, गर्म छोले, गर्म सब्जियां, गर्म पुलाव, ताजा दही, ताजा छाछ इत्यादि ।
यह भी धारणा है कि ठंडी बासी चीजें खाने से एसिडिटी बढ़ जाती है, शरीर में जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाती है और फ़ूड पॉइज़निंग भी हो सकती है।
लेकिन 5 ऐसी चीजें भी है जिन्हें गर्म न खा सकें तो ठंडी बासी होने पर खाने से और अधिक पोष्टिक और गुणकारी बन जाती हैं और उन्हें खाने से बीमारियां भी उल्टे पाँव लौटने लगती है। ये 5 चीजें इस प्रकार हैं
*1.रोटी* – रात को बची हुई रोटियां सुबह फरमेंट होनी शुरू हो जाती हैं जिन्हें किसी भी गर्म पेय/सब्जी/दाल के साथ खाने से अधिक पोष्टिक हो जाती हैं और शरीर को अधिक ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता देती है।
*2.चावल* – इसी तरह बासी चावल भी बैक्टीरिया की उल्टी गिनती शुरू कर देते हैं। इन्हें सुबह फ्राई करके खाया जाए तो न केवल इनका स्वाद बढ़ता है बल्कि इनमें कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी बढ़ जाती है। ऐसे चावल खाने से शरीर के हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट होते हैं और वजन कम करने में सहायक होते हैं।
*3.दही* – वैसे तो ताजा दही ही खाना चाहिए लेकिन 2-3 दिन बाद दही की डबल फर्मेंटेशन प्रकिया शुरू हो जाने से वह दही ताजा दही से भी ज्यादा असरकारी हो जाता है। इसीलिए जिन पदार्थों में दही मिलाकर बनाया जाता हो, वे अधिक समय तक मुलायम और सुपाच्य होते हैं। अतः बासी दही में यदि गुड़ मिलाकर खाया जाय तो आश्चर्यजनक रूप से लाभकारी हो जाता है।
*4.खीर* – ताजा खीर सुस्वादु और शक्तिवर्धक होती है। परन्तु रात्रि को बनाई खीर को सुबह खाया जाय तो वह ज्यादा स्वादु, अधिक पाचक और अनेक पोष्टिक तत्वों से भरपूर हो जाती है। इसमें आयुर्वेदिक हर्बल पावडर मिलाकर बनाया जाय और फिर अगले दिन ठंडा करके खाया जाय तो कई रोगों के निदान की रामबाण औषधि बन जाती है।
*5.राजमा-चावल* – ये दोनों बासी होने पर मिलाकर खाने से इनका फेरमेंटेड स्वरूप किडनी और मूत्राशय सम्बन्धी रोगों के निदान में सहायक हो जाता है क्योंकि यह अधिक पाचक और पोषक तत्वों वाला हो जाता है। इन्हें पुनः गर्म करके या ठंडा भी खाया जा सकता है।
तो ये है वे 5 चीजें जो बासी होने पर भी खाई जा सकती हैं और अधिक स्वास्थ्यवर्धक सिद्ध होती हैं।
मुझे याद है और आज भी गाँवों में रात की बची रोटी, पूरी, चावल आदि को सुबह गर्म दूध, चाय, छोले/सब्जी के साथ अथवा दही, छाछ, राबड़ी के साथ खाया जाता है। यही कारण है कि उन्हें शहरी लोगों की अपेक्षा कम बीमारियां होती हैं और उनकी रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति भी अधिक होती हैं।
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