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ज्योतिष में सफलता और फीस पर सवाल

कुछ लोग कहते हैं कि ज्योतिषी केवल 15 से 20 मिनट में कुंडली देखने के लिए 2100 और 1100 ले लेते हैं ऐसे लोगों को इस कहानी को ध्यान से पढ़ना चाहिए कि क्या सफलता एक दिन में मिल जाती है। कितने कठिन संघर्ष से गुजरना होता है सफल होने के लिए.————————–

सादर समर्पित ये कहानी

सफलता का नहीं है कोई शॉर्टकट

पिकासो (Picasso) स्पेन में जन्में एक बहुत मशहूर चित्रकार थे। उनकी पेंटिंग दुनिया भर में करोड़ों और अरबों रुपयों में बिका करती थीं। एक दिन रास्ते से गुजरते समय एक महिला की नजर पिकासो पर पड़ी और संयोग से उस महिला ने उन्हें पहचान लिया। वो दौड़ी हुई उनके पास आयी और बोली –
“सर मैं आपकी बहुत बड़ी फैन हूँ। आपकी पेंटिंग्स मुझे बहुत ज्यादा पसंद हैं। क्या आप मेरे लिए भी एक पेंटिंग बनायेंगे ?
पिकासो हँसते हुए बोले – मैं यहाँ खाली हाथ हूँ मेरे पास कुछ नहीं है मैं फिर कभी आपके लिए पेंटिंग बना दूंगा।
लेकिन उस महिला ने भी जिद पकड़ दी कि मुझे अभी एक पेंटिंग बना के दो, बाद में पता नहीं आपसे मिल पाऊँगी या नहीं।
पिकासो ने जेब से एक छोटा सा कागज निकाला और अपने पेन से उसपे कुछ बनाने लगे। करीब 10 सेकेण्ड के अंदर पिकासो ने पेंटिंग बनायीं और कहा ये लो ये मिलियन डॉलर की पेंटिंग है।
उस लड़की को बड़ा अजीब लगा कि पिकासो ने बस 10 सेकेण्ड में जल्दी से एक काम चलाऊ पेंटिंग बना दी और बोल रहे हैं कि मिलियन डॉलर की पेंटिग है। उस औरत ने वो पेंटिंग ली और बिना कुछ बोले अपने घर आ गयी। उसको लगा पिकासो उसको मुर्ख बना रहा है, इसलिए वो मार्किट गयी और उस पेंटिंग की कीमत पता की।
और उसे बड़ा आश्चर्य हुआ कि वो पेंटिंग वास्तव में मिलियन डॉलर की थी। वो भागी भागी एक बार फिर पिकासो के पास आयी और बोली – सर आपने बिलकुल सही कहा था ये तो मिलियन डॉलर की ही पेंटिंग है।
पिकासो ने हँसते हुए कहा कि मैंने तो आपसे पहले ही कहा था।
वो महिला बोली – सर आप मुझे अपनी स्टूडेंट बना लीजिये और मुझे भी पेंटिंग बनानी सीखा दीजिये। जैसे आपने 10 सेकेण्ड में मिलियन डॉलर की पेंटिंग बना दी, वैसे मैं भी 10 सेकेण्ड में ना सही 10 मिनट में ही अच्छी पेंटिंग बना सकूँ। मुझे ऐसा बना दीजिये।

पिकासो ने हँसते हुए कहा – ये जो मैंने 10 सेकेण्ड में पेंटिंग बनायीं है इसे सीखने में मुझे 30 साल का समय लगा। मैंने अपने जीवन के 30 साल सीखने में दिए तुम भी दो, सीख जाओगी।
वो महिला अवाक् निःशब्द होकर पिकासो को देखती रह गयी।

दोस्तों जब हम दूसरों को सफल होता देखते हैं तो हमें ये सब बड़ा आसान लगता है। हमको लगता है कि यार ये इंसान को बड़ी जल्दी और बड़ी आसानी से सफल हो गया। लेकिन मेरे दोस्त उस एक सफलता के पीछे ना जाने कितने सालों की मेहनत छिपी है ये कोई नहीं देख पाता।

सफलता तो बड़ी आसानी से मिल जाती है लेकिन सफलता की तैयारी में अपना जीवन कुर्बान करना होता है। जो लोग खुद को तपाकर, संघर्ष करके अनुभव हासिल करते हैं वो कामयाब हो जाते हैं और दूसरों को लगता है कि ये कितनी आसानी से सफल हो गया।

रही बात फीस लेने की, तो
पहली बात, बिना दक्षिणा दिये लिया हुआ ज्ञान कभी फलीभूत नहीं होता और अपूर्ण रहता है। इसलिए, जब भी किसी ज्योतिषी, आचार्य या पण्डित जी से कोई ज्योतिष सम्बन्धी सलाह लें तो उचित दक्षिणा बिना मांगे अवश्य दें।
दूसरी बात, आचार्य या ज्योतिषी को कभी भी अनुचित दक्षिणा की माँग नहीं करनी चाहिए।
दोनों के लिए किसी भी प्रकार अनुचितता (चाहे मात्रा की बात हो या उसके स्वरूप या प्रारूप की) परस्परिक ऋणानुबंध ही पैदा करती है।
इस प्रकार, ज्योतिषी की दक्षिणा मात्र समय देने की फीस नहीं, बल्कि उनके अनुभव और प्रतिबद्धता के जुड़ाव की है। सलाह के साथ उनका आशीर्वाद और शुभेच्छा भी फलदायी होती है।

ज्योतिष में फीस को कई आधारों पर justify किया जा सकता है, जैसे ज्योतिषी का अनुभव, प्रतिष्ठा, विश्लेषण की गहराई (जो समय और ज्ञान लेती है), और दी गई सलाह का मूल्य (जैसे करियर या वित्तीय समस्या का समाधान), लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ज्योतिष का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है और यह एक व्यक्तिगत विश्वास का विषय है, इसलिए इसकी फीस को पारंपरिक सेवाओं जितना नहीं आँका जा सकता, फिर भी यह ज्योतिषी के श्रम और विशेषज्ञता का सम्मान है।
फीस justify करने के मुख्य कारण:
  1. अनुभव और विशेषज्ञता (Experience & Expertise): अनुभवी ज्योतिषी, जिन्होंने वर्षों तक अध्ययन और अभ्यास किया है, वे अपनी गहरी समझ और सटीकता के लिए अधिक शुल्क ले सकते हैं।
  2. समय और प्रयास (Time & Effort): कुंडली विश्लेषण, ग्रहों की स्थिति समझना, और समाधान खोजना (जैसे उपाय या रत्न) में काफी समय और मानसिक ऊर्जा लगती है, जिसके लिए शुल्क लिया जाता है।
  3. प्रतिष्ठा और मांग (Reputation & Demand): जिन ज्योतिषियों की बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा और उच्च मांग होती है, वे स्वाभाविक रूप से ज्यादा फीस लेते हैं, जैसे अन्य क्षेत्रों में होता है।
  4. व्यक्तिगत मार्गदर्शन (Personalized Guidance): यह केवल जानकारी नहीं, बल्कि व्यक्तिगत समस्याओं (जैसे वित्तीय या करियर) के लिए समाधान खोजने में मदद करना है, जो एक मूल्यवान सेवा है। 
विपरीत दृष्टिकोण:
  • वैज्ञानिक आधार की कमी: कई लोग ज्योतिष को छद्म विज्ञान (pseudoscience) मानते हैं, जिसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, इसलिए इसकी फीस पर सवाल उठाते हैं।
  • असंगठित क्षेत्र: ज्योतिष का क्षेत्र असंगठित है, और कुछ अयोग्य ज्योतिषी ग्राहकों से बहुत अधिक शुल्क लेते हैं, जिससे इस पेशे की छवि खराब होती है।  इसे सरकारी मान्यता और संगठनों का समर्थन मिलना अत्यंत आवश्यक है जिसके लिए सभी ज्योतिष प्रेमियों के सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
निष्कर्ष:
फीस लेना ज्योतिषी के श्रम और ज्ञान का सम्मान है, और एक अच्छी सलाह आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। हालांकि, यह व्यक्ति की अपनी समझ और विश्वास पर निर्भर करता है कि वह ज्योतिषीय सेवाओं के लिए कितना भुगतान करने को तैयार है, क्योंकि यह एक आध्यात्मिक और व्यक्तिगत परामर्श है, कोई निश्चित वैज्ञानिक सेवा नहीं। 
अतः ज्योतिष की सेवाएं और उसकी फीस तर्कसंगत सिद्ध हैं।

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