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सच्चर कमीशन का सच : ढोंग्रेस मुर्दाबाद

‘सच्चर कमिशन’ क्या था ..??

मुसलमान १ वोट डालेगा तो उसकी गिनती २ वोट के बराबर होगी ..!! ‘सच्चर कमिशन’ की मांग थी ऐसी ..!!

‘सच्चर कमिशन’ क्या था, जिसे सोनिया गांधी मनमोहन की सरकार २००५ में लाई थी ..!!

‘सच्चर कमिशन’ नाम का आयोग सोनिया गांधी के कहने पर बनाया गया था, जिसका काम था भारत में मुसलमानो की आर्थिक स्थिति का आंकलन करना ..!!

सच्चर समिति, जिसे राजिंदर सच्चर समिति के नाम से भी जाना जाता है, एक उच्च स्तरीय समिति थी जिसे भारत में मुसलमानों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति का अध्ययन करने के लिए 2005 में पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा UPA Chairperson सोनिया एंटोनियो मोइनो गांधी के आदेश / ईशारे पर  स्थापित किया गया था 

यहां सच्चर समिति के बारे में कुछ और जानकारी दे रहे है:
  • स्थापना:

    मार्च 2005 में, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार द्वारा स्थापित 

  • अध्यक्षता:

    दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, राजिंदर सच्चर ने समिति की अध्यक्षता की 

  • उद्देश्य:

    भारत में मुसलमानों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति का अध्ययन करना 

  • रिपोर्ट:

    समिति ने 2006 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जो 30 नवंबर, 2006 को सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध थी 

  • निष्कर्ष:

    रिपोर्ट में भारत में मुस्लिम लोगों के समावेशी विकास के लिए सुझाव और समाधान थे 

  • महत्व:
    सच्चर समिति की रिपोर्ट ने भारत में मुसलमानों की स्थिति पर प्रकाश डाला और उनके उत्थान के लिए कई सिफारिशें कीं 

साफ शब्दों मे कहा जाय तो, भारत के अस्तित्व को तालिबानी बनाने के लिए, कॉंग्रेस ने २००५ में बनाया था ‘सच्चर कमीशन’ .!!

‘सच्चर कमीशन’ ने मनगढंत रिपोर्ट सोनिया गांधी के इशारे पर बना के, देश को ये झूठ परोस दिया कि, भारत में मुसलमानो की स्थिति दलितों और आदिवासियो से भी बदतर है ..!!*

अब ‘सच्चर कमिशन’ ने मुसलमानों की स्थिति सुधारने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को १० सुझाव दिये और इन्हे जल्द से जल्द भारत मे लागु करने की मांग की..!!

वो १० बड़ी मांग इस प्रकार से थी ..

१) मुसलमानो को भारत में आबादी के हिसाब से दोगुना अधिकार मिले अर्थात अगर मुसलमान १ वोट डाले तो उसकी गिनती २ वोट के बराबर हो ..!!

२) मुसलमानो को OBC आरक्षण के साथ-साथ SC-ST के हिस्से वाले आरक्षण में भी पूरा-पूरा लाभ मिले ..!!

३) मुसलमान अगर किसी भी बैंक से लोन ले तो उसका आधा लोन, केंद्र और राज्य सरकार मिल के भरे, और भारत के कुल बजट का २०% हिस्सा मुसलमानो के लिए निकाल कर, बाकी बचे बजट से पूरे देश को चलाया जाय ..!!

४) IIT-IIM और MBBS समेत् सभी तरह के ग्रॅज्यूएशन की पढ़ाई के लिए, मुसलमानो को अल्पसंख्यांक-मंत्रालय के अंतर्गत मुफ्त पढ़ाई कराई जाय ..!!

५) भारत का शिक्षा मंत्रालय मुसलमानो के मदरसा की डिग्री को IAS- IPS-PCS और जज़ बनने के लिए भी मान्यता दे ..!!

६) भारत में ३०% सांसदों की सीट और हर एक राज्य मे ४०% विधायकों की सीट्स, मुसलमानो के लिए रिजर्व किया जाए ..!!

७) भारत की हर एक राज्य सरकार बोर्ड निगम और सरकारी नौकरियो में, मुसलमानो की हिस्सेदारी बढ़ा के ५०% करे ..!!

८) मुसलमानो को व्यापार करने के लिए हर एक राज्य मे अलग-अलग इंड्रस्ट्रियल जोन हो और उसे वहां कर्ज मुक्त लोन के साथ, मुफ्त बिजली और मुफ्त ज़मीन मिले ..!!0

९) मुस्लिम लड़कियों की शादी के लिए केंद्र सरकार ५ लाख रुपये और राज्य सरकार २ लाख रुपये की मदद करे, और मुस्लिम लड़को के स्वयं-रोजगार के लिए १० लाख रुपये सरकार अनुदान करे ..!!

१०) जिस भी गाँव, क़स्बा, शहर या जिला मे मुस्लिम आबादी २५% से ज्यादा हो, उसे सिर्फ मुसलमानो के चुनाव लड़ने के लिए रिजर्व कर दिया जाय ..!!

सच्चर कमिशन’ के बारे में सारी जानकारी आप को आसानी से Google और Youtube पर मिल जाएंगी ..!!

BJP के कड़े विरोध के बाद, कॉंग्रेस ने ‘सच्चर कमिशन’ को लागू नही कर सकी वरना, हिन्दुओ के १ वोट के सामने, मुसलमानो का २ वोट की गिनती भारी पड़ती, और भारत की राजनीति और पूरे देश का संसाधन मुसलमानो के कब्जे में चला गया होता ..!!
कॉंग्रेस के इस कुकर्म जरूर शेअर करें और सोंचे कि वो किस डीएनए के लोग हैं जो कॉंग्रेस के अनगिनत कुकर्मों को जानकर भी उसे वोट देते हैं.??

खुद भी इस पोस्ट को १० बार पढ़ें और १०० करोड़ हिन्दुओ तक शेयर करके पहुँचाये ..!!

SHAME on Congress ..!! इसीलिए हम इसे ढोंग्रेस कहते हैं।

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