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महाकुम्भ का समापन सनातन की विजयगाथा

 

कुंभ मेला समापन

महाशिवरात्रि महाकुंभ का आखिरी दिन था, अब तक 66 करोड़ 21 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी…

*उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का कल महाशिवरात्रि को आखिरी दिन था। इसी के साथ 45 दिन का ये महा आयोजन समाप्त हो गया है। कल महाशिवरात्रि के मौके पर अंतिम स्नान के लिए फिर करोड़ों श्रद्धालु कुंभ पहुंचे हैं।*

इस महाकुम्भ के समापन दिवस पर होपधारा के संस्थापक अध्यक्ष ऋषिश्री डॉ वरदानंद भी सपरिवार प्रयागराज पहुंचे और महाशिवरात्रि के अमृत स्नान की संगम में डुबकी लगाई

26 फरवरी 2025 की सुबह 10 बजे तक करीब 81 लाख लोग स्नान कर चुके हैं। भारी भीड़ के चलते स्टेशन से संगम जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गा है। अब तक करीब 66 करोड़ श्रद्धालु कुंभ में डुबकी लगा चुके है और ये आंकड़ा 66 से 67 करोड़ के बीच पहुंच सकता है।*

*महाशिवरात्रि पर करीब 2 करोड़ लोगों के कुंभ में आने का अनुमान है। कुंभ में मकर संक्रांति (14 जनवरी), मौनी अमावस्या (29 जनवरी) और बसंत पंचमी (3 फरवरी) को शाही स्नान हुआ था। उसके बाद 12 फरवरी को पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर अमृत स्नान हुए। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर रिकॉर्ड 7.64 करोड़ लोगों ने स्नान किया था।महाकुंभ के लिए रेलवे ने करीब 3,000 विशेष ट्रेनें चलाईं। इन ट्रेनों ने 13,000 से अधिक फेरे लगाए। महाशिवरात्रि पर 170 विशेष ट्रेनें चलाई गईं।*

*इसके अलावा हर हफ्ते प्रयागराज में करीब 300 विमानों की आवाजाही हुई और खास मेहमानों को लेकर 600 से ज्यादा चार्टर्ड विमान भी उतरे।हालांकि, इस दौरान पूरे प्रयागराज समेत आसपास के 150 किलोमीटर तक के इलाकों में कई बार भारी ट्रैफिक जाम लगता रहा।महाकुंभ में 5,000 से ज्यादा VIP ने स्नान किया।*

*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत तमाम मंत्रियों ने डुबकी लगाई।*

*कई राज्यों के मुख्यमंत्री तो अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ स्नान के लिए पहुंचे। गौतम अडाणी और मुकेश अंबानी जैसे कारोबारी भी कुंभ में शामिल हुए।अक्षय कुमार, कैटरीना कैफ समेत बॉलीवुड के सितारे भी प्रयागराज पहुंचे।पुलिस ने कुंभ में आने-जाने वाले 7 मार्गों पर 102 चौकियां बनाईं, जिसने हर वाहन और व्यक्ति की जांच की।*

*इस दौरान 40,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात रहे।आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) से लैस 2,700 से ज्यादा कैमरे और ड्रोन से पूरे मेला परिसर की निगरानी की गई।इसके अलावा अंडर वाटर ड्रोन, 5 वज्र वाहन, 4 एंटी सबोटाज टीम, सायबर सुरक्षा टीम और अत्याधुनिक हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।*

*66 करोड़ से अधिक की भारी भीड़ के बीच पिछले 45 दिनों में ‘मोनालिसा’ और आईआईटी ‘बाबा’ जैसे कुछ चेहरे सुर्खियों में आए। कुंभ मेलों में, विभिन्न हिंदू संप्रदायों या ‘अखाड़ों’ के भक्त उपरोक्त स्थलों पर पवित्र नदियों में ‘शाही स्नान’ या शाही स्नान करने के लिए भव्य जुलूसों में भाग लेते हैं। ‘पुष्प वर्षा’ के प्रभारी वी के सिंह ने बताया कि स्नानार्थियों पर हर बार गुलाब की 20 क्विंटल पंखुड़ियों की वर्षा कराई गई और कुल 120 क्विंटल पंखुड़ियों की पुष्प वर्षा कराई गई है। उन्होंने बताया कि पहले दौर में सुबह आठ बजे पुष्प वर्षा कराई गई तथा सभी घाटों पर छह बार पुष्प वर्षा कराई गई। प्रत्येक 12 वर्ष में आयोजित होने वाले महाकुंभ में पहला स्नान पर्व 13 जनवरी को हुआ था।*

*हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, समुद्र मंथन में भगवान शिव ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। समुद्र मंथन से अमृत कलश निकला और इसकी बूंदें जहां जहां गिरीं, वहां वहां कुंभ मेले का आयोजन होता है। महाकुंभ मेले के छह स्नान पर्वों में तीन स्नान पर्व अमृत स्नान के थे और ये 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और तीन फरवरी को बसंत पंचमी पर संपन्न हुए। सभी 13 अखाड़े अमृत स्नान करके मेले से विदा हो चुके हैं। महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मेला और जिला प्रशासन ने महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर ही जिले और मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया था।*

*उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में आयोजित मानवता का ‘महायज्ञ’, आस्था, एकता और समता का महापर्व महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आज महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ ही अपनी पूर्णाहुति की ओर अग्रसर है। 13 जनवरी, पौष पूर्णिमा से प्रारंभ महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में आज 26 फरवरी, महाशिवरात्रि की तिथि तक कुल 45 दिवसों में 66 करोड़ 21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पावन त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया। विश्व इतिहास में यह अभूतपूर्व है-अविस्मरणीय है।*

*उन्होंने कहा कि पूज्य अखाड़ों, साधु-संतों, महामंडलेश्वरों एवं धर्माचार्यों के पुण्य आशीर्वाद का ही प्रतिफल है कि समरसता का यह महासमागम दिव्य और भव्य बनकर सकल विश्व को एकता का संदेश दे रहा है। इस सिद्धि के सूत्रधार सभी गणमान्य जनों, देश-विदेश से पधारे सभी श्रद्धालुओं तथा कल्पवासियों का हार्दिक अभिनंदन एवं आभार।*

*महाकुम्भ के सुव्यवस्थित आयोजन के कर्णधार रहे महाकुम्भ मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वच्छताकर्मियों, गंगा दूतों, स्वयंसेवी संगठनों, धार्मिक संस्थाओं, नाविकों तथा महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों सहित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी महानुभावों व संस्थाओं को साधुवाद। विशेष रूप से प्रयागराज वासियों का धन्यवाद, जिनके धैर्य एवं आतिथ्य सत्कार ने सबको सम्मोहित किया। माँ गंगा, भगवान महादेव और राघव सरकार आप सबका कल्याण करें।*

होपधारा परिवार की ओर से

ऋषिश्री वरदानंद महाराज

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